Wednesday, 30 September 2020

कोरोना के कारण बदल गया पूरा हेल्थ सिस्टम : डॉ. दीवान, मास्क जरूर लगाएं और दो गज की दूरी का पालन करें

कोरोना महामारी के चलते शहर का हेल्थ सिस्टम अपग्रेड हुआ। हमारी लिए अच्छी बात थी लॉकडाउन के दौरान हमारे यहां केस कम थे। प्रशासन ने इस वजह से पहले सभी तैयारियां कर लीं। ताकि भविष्य में किसी भी चुनौती का सामना करने के लिए तैयार रहा जा सके। मैं, 35 साल से हेल्थ डिपार्टमेंट का हिस्सा रहा हूं।

यह महामारी मेरे लिए भी बहुत बड़ी लर्निंग थी। लेकिन हमारी टीम ने इसे चुनौती के रूप में लिया, उसमें हम कुछ हद तक सफल भी रहे। यह बात डायरेक्टर हेल्थ सर्विसेज के पद से रिटायर होने के बाद डॉ. जी दीवान ने भास्कर से बातचीत में कहीं।

कोरोना पर कंट्रोल करने में और सुधार की जरूरत है?
सबसे पहले समझने की जरूरत है। यह महामारी है। इसकी चेन बनती है, इसकी वजह से संक्रमण फैलता है। हम इसे पीक नहीं कहते हैं, जो सर्ज आई थी, वह नीचे की ओर जा रही है। जो मार्च में डर था वो डर नहीं हैं। लोग एक्सेप्ट करने लगे हैं कि हमें कोरोना के साथ रहना है। लेकिन हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर का सवाल है तो मुझे लगता है वह ठीक है।

लोग भी अपने स्तर पर मास्क, सेनेटाइजर, सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कर रहे हैं। जहां तक सुधार की गुजाइंश का सवाल है तो यह तो हमेशा रहेगी। कोरोना नया वायरस है। इसलिए इसमें तो सुधार की हमेशा जरूरत रहेगी।

क्या इंफ्रास्ट्रक्चर पर्याप्त है या कुछ कमी है ?
हमने कोविड केयर सेंटर में 2500 बेड की व्यवस्था की थी। मरीज जिस दर से ठीक हो रहे हैं। इन सेंटरों में बेड खाली पड़े हैं। चंडीगढ़ का रिकवरी रेट 78.78 फीसदी पहुंच गया है। हां, कोविड सेंटरों में अभी मरीज हैं, वहां पर थोड़ी बेड्स की कभी-कभी कमी हो जाती है। लेकिन फिर भी चंडीगढ़ में अभी दिक्कत नहीं हैं। केसेज की संख्या कम हो रही है। अभी नहीं कहा जा सकता कि अब केस नहीं बढ़ेंगे।



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नगर निगम 5 दिन में जमा कराएगा बिल, विभाग ने स्ट्रीट लाइटें करवाई चालू

बिजली विभाग को निगम निगम के इलेक्ट्रिकल विंग की ओर से बुधवार को अंडरटेकिंग दी गई कि पांच दिन में बकाया बिल जमा करवा देंगे। गांव सारंगपुर, धनास, खुड्‌डा लाहौरा, खुड्‌डा जुस्सु और खुड्‌डा लाहौरा कॉलोनी नंबर वन एंड टू के लोगों की असुविधा को देखते हुए स्ट्रीट लाइट चालू की जाए।

इस पर बिजली विभाग ने चारों गांव और कॉलोनी खुड्डा लाहौरा की स्ट्रीट लाइटें बुधवार शाम चालू करवा दी हैं। निगम ने अक्टूबर 2019 से स्ट्रीट लाइटों का बिल जमा नहीं कराया था, ऐसे में विभाग ने कनेक्शन काट दिया था। ऐसे में लोगों को अंधेरे में मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा था।



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पेपर खत्म होने के 72 घंटे में हॉस्टल छोड़ें छात्र: डीएसडब्ल्यू

पीयू ने हॉस्टल में रह रहे छात्रों को सर्कुलर जारी करके एक बार हॉस्टल खाली करने के लिए लिखा है। डीएसडब्ल्यू प्रो. एसके तोमर की ओर से जारी आदेश के अनुसार स्टूडेंट्स को आखिरी पेपर के तीन दिन में कमरा खाली करना होगा। मंगलवार को ही वार्डनों ने छात्रों को हॉस्टल खाली करने के लिए कहा था। कुछ स्टूडेंट्स ने तीन तो कुछेक ने आठ दिन के अंदर अपने जाने का इंतजाम किया हुआ है।

हॉस्टल नंबर पांच के एक छात्र ने बताया कि उनका पूरा एरिया इस समय कंटेनमेंट जोन है। ईडब्ल्यूएस कैटेगरी का ये स्टूडेंट यहां पर ना सिर्फ पढ़ाई कर रह रहा है बल्कि पार्ट टाइम जॉब से परिवार की मदद भी क्योंकि इन दिनों पिता काम पर नहीं जा पा रहे। अगले महीने एग्जाम हैं जिसके लिए उन्होंने चंडीगढ़ ही सेंटर भरा है। इतनी हैसियत नहीं कि एक बार घर जाकर तुरंत वापिस लौट सकें।

उन्होंने वार्डन को जाने की डेट बता दी थी लेकिन अब नए आदेश से परेशान हैं। ऐसे ही उनके जैसे तीन-चार स्टूडेंट्स और हैं। प्रो एसके तोमर का कहना है कि आम हालात से अब की परिस्थितियां बिल्कुल अलग है। कैंपस में कोविड के केस लगातार बढ़ रहे हैं। ये जानकारी स्टूडेंट्स को पहले से ही दी जाती है कि पेपर खत्म होने के 72 घंटे में हॉस्टल छोड़ना है।



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वर्क फ्रॉम होम, डिजीटल लर्निंग के हाईटेक काॅन्सेप्ट के कारण स्पेशियस हाउस की जरूरत

कोविड-19 के बाद न्यू नाॅर्मल में उत्पन हुए हालातों से वर्किंग कल्चर में बहुत बड़े बदलाव देखने को मिले हैं जिनमें वर्क फ्रॉम होम का प्रचलन सबसे अधिक स्थापित हुआ है। साथ ही एजुकेशन इंस्टीट्यूट और स्कूल ने भी लाइव डिजीटल क्लासेज शुरू कर दी हैं। दोनों ही आने वाले समय में बड़ी क्रांति लाने वाली है ऐसे में जब ऑफिशियल काम और पढ़ाई दोनों घर पर ही होगी इसलिए लोगों को घर में ज्यादा जगह की जरूरत पड़ेगी।

भविष्य में भी इस प्रकार की बीमारी होने की अनिश्चितता के कारण भी ग्राहक नई प्रॉपर्टी लेने से पहले घर/प्रोजेक्ट में इन सभी सुविधाओं के साथ स्पेशियस घर लेने और वर्किंग स्पेस, स्टडी स्पेस, खुला वातावरण आदि पर विशेष ध्यान देंगे। जो लोग तंग एरिया या छोटे मकानों या सामूहिक परिवार में रह रहे हैं उन्हें कई परेशानी का सामना कर पड़ रहा है।
ये हैं परेशानियां...

एक परिवार में रहने वाले वे सदस्य जो बाहर काम कर रहे थे और अब कोविड-19 के बाद पुनः घर लौट आए हैं, ऐसे में जॉइंट फैमिली में रहने के कारण घर में जगह कम पड़ने लगी है। साथ ही उचित दूरी की पालना भी कम हो पाती है। ऐसे में कोविड का खतरा बढ़ गया है।
घर में एक से अधिक लोग नौकरी में होने से सभी को वर्क फॉर्म होम की जरूरत पड़ने लगी है। सभी को काम करने के लिए अलग स्पेस चाहिए। इस वजह से भी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
घर में मुख्यत: बच्चों के खेलने की जगह कम होने के कारण भी जॉइंट फैमिली में छोटे घर होना परेशानी का एक कारण है।
शहरी क्षेत्रों में मकान पुराने, छोटे और बहुत पास-पास बने होते हैं ऐसे में खुले वातावरण के आभाव में भी अधिक परेशानी होती है। जॉइंट फैमिली में रहने वाले लोगों को अपना स्पेशियस घर लेने की जरूरत है। आने वाले समय में जॉइंट फैमिली में रह रहे लोग किसी भी प्रोजेक्ट में प्रॉपर्टी खरीदने में पास-पास में 2 एक जैसी प्रॉपर्टी लेना पसंद करेंगे।

घर में रहना और काम करना एक साथ होगा इसलिए स्पेशियस प्रॉपर्टी को ज्यादा पसंद किया जाएगा। कोरोना के बाद घर का स्पेशियस होना कितना जरूरी है लोगों को समझ आ गया है। साथ ही लोग अब कम्युनिटी लिविंग को ज्यादा पसंद कर रहे हैं और प्रॉपर्टी प्रोजेक्ट में पार्क, इंडोर गेम्स, जिम आदि को अधिक महत्व दे रहे हैं। लोग कम्युनिटी लिविंग में रहने के लिए स्पेशियस अपार्टमेंट में अधिक रूचि दिखा रहे हैं। अधिकतर परिवार किसी सुरक्षित स्थान पर स्पेशियस फ्लैट लेना चाहेंगे जिससे बिल्डर्स के लिए प्रॉपर्टी बेचने की संभावनाएं और अधिक होंगी। एल सी मित्तल, डायरेक्टर ,मोतिया ग्रुप



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Work from home, need of a specialty house due to the high-tech concept of digital learning


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जिसे हाथरस गैंगरेप पीड़ित बता रहे, वह चंडीगढ़ की मनीषा-दो साल पहले हो चुकी है मौत; हताश होकर पिता ने एसएसपी को दी शिकायत

(रवि अटवाल) हाथरस में एक दलित लड़की के साथ जो दरिंदगी हुई, उससे पूरा देश गुस्से में है। लड़की के साथ हैवानगी करने वालों को फांसी देने की मांग उठ रही है। सोशल मीडिया पर एक फोटो चल रही है, जिसमें बताया गया है कि यह गैंगरेप पीड़ित लड़की है। लेकिन असल में जो फोटो दिखाई गई है, वह लड़की चंडीगढ़ की मनीषा है। मनीषा यादव की दो साल पहले बीमारी के चलते मौत हो गई थी।

जाने-अनजाने में चंडीगढ़ की बेटी और उनके घरवालों के साथ अन्याय हो रहा है। आम पब्लिक ही नहीं, बल्कि बड़े-बड़े सेलिब्रिटी भी चंडीगढ़ की मनीषा की तस्वीर को वायरल करने में लगे हुए हैं। देश के लोग भले ही मनीषा की तस्वीरों को सोशल मीडिया में पोस्ट कर अपनी संवेदनाएं व्यक्त कर रहे हैं, लेकिन इसका खामियाजा मनीषा के घरवालों को उठाना पड़ रहा है।

पिता के जख्म फिर ताजा हो गए हैं, जो अपनी जवान बेटी के चले जाने का गम भुलाने की कोशिश कर रहे थे। मनीषा के पिता मोहन लाल यादव ने बताया कि उन्हें बेहद दुख हो रहा है कि उनकी बेटी की मौत के बाद भी बदनामी की जा रही है। मोहन लाल ने बुधवार को चंडीगढ़ के एसएसपी को इस संबंध में शिकायत दी है और कहा कि सोशल मीडिया पर उनकी बेटी की तस्वीरें वायरल होने से रोका जाए। अगर कोई ऐसा कर रहा है तो उन पर कार्रवाई की जाए।

पथरी की बीमारी थी...

मनीषा यादव का परिवार रामदरबार काॅलोनी में रहता है। मनीषा की 21 जून 2018 को शादी हुई थी। उसे पथरी की बीमारी थी और दिनों दिन ये बीमारी बढ़ती गई। 22 जुलाई 2018 को मनीषा की मौत हो गई।

छवि खराब करने पर दो साल की सजा का प्रावधान
एडवोकेट अनिल गोगना ने बताया कि अगर कोई किसी मृत इंसान की छवि खराब करता है तो उसके खिलाफ आईपीसी की धारा 499 के पार्ट 1 के तहत कार्रवाई की जा सकती है। इस कानून के मुताबिक अगर वह मृत इंसान जिंदा होता तो उसकी छवि और खराब होती और उससे उसके परिवार व निकट संबंधियों की भावनाएं भी आहत होतीं।

इसलिए ऐसा करने वालों को इस कानून के तहत 2 साल की सजा हो सकती है। वहीं, रेप पीड़ित के बारे में किसी भी तरह की जानकारी को सार्वजनिक करना दंडनीय अपराध है। आईपीसी की धारा 228(ए) के तहत कार्रवाई हो सकती है।



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Manisha, who is described as Hathras gang-rape victim, died in Chandigarh two years ago; Frustrated, father complained to SSP


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कोरोना को फैलाने में इन जैसों का भी खूब योगदान है, प्रदर्शन में बैठे अपने 5 साथियों से ही सबक ले लेते....

हाथरस गैंगरेप में योगी आदित्यनाथ सरकार और भाजपा को जिम्मेदार ठहराते हुए नेशनल स्टूडेंट्स यूनियन ऑफ इंडिया ने सेक्टर-17 प्लाजा में प्रदर्शन किया।

प्रदर्शनकारियों में से ज्यादातर ने मास्क नहीं लगाया था तो कुछ ने गलत तरीके से लगाया हुआ था। यह कोरोना काल में खतरनाक है।



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These people have also contributed immensely in spreading Corona, taking lessons from their 5 colleagues sitting in the demonstration ...


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अब कम केस आने लगे, एक दिन में मिले 129 पॉजिटिव, कोरोना वायरस से 4 मरीजों की हुई मौत; महामारी से होने वाली मौतों ने बढ़ाई चिंता

एकाएक कोरोना के मरीज घटने शुरू हो गए हैं। इससे प्रशासन और हेल्थ डिपार्टमेंट ने राहत की सांस ली है। लेकिन दूसरी सिरदर्दी कोरोना से होनी वाली मौतें हैं। बुधवार को शहर में चार कोरोना पॉजिटिव मरीज दम तोड़ गए। शहर में अब तक कोरोना संक्रमण के चलते 162 मरीजों की मौत हुई है।

चंडीगढ़ में बुधवार को कोरोना के 129 नए केस सामने आने से पॉजिटिव मरीजों का आंकड़ा 11938 हो गया है। एक्टिव मरीज 1963 रह गए हैं। बुधवार को 215 मरीज कोरोना की जंग जीतने पर होम व अस्पतालों से डिस्चार्ज किए गए। अब तक शहर में 9813 मरीज ठीक हो गए हैं।
मनीमाजरा में कोरोना संक्रमित मरीजों का आंकड़ा कम होने का नाम नहीं ले रहा है। मनीमाजरा से बुधवार को 16 नए केस आए। हल्लोमाजरा में 9, सेक्टर-44 और 45 में आठ-आठ नए संक्रमित मरीज पाए गए हैं। सेक्टर-43 से 3 संक्रमित मरीज मिले हैं।

सेक्टर-40 से पांच मरीज पॉजिटिव पाए गए हैं। सेक्टर-15 से 4 केस पॉजिटिव पाए गए हैं। सेक्टर-35 और 38 में पांच-पांच केस पॉजिटिव पाए गए हैं। पीजीआई कैंपस में तीन पॉजिटिव केस आए हैं।
मेयर राजबाला मलिक पीजीआई से डिस्चार्ज : पीजीआई के न्यू नेहरू हॉस्पिटल एक्सटेंशन में दाखिल मेयर राजबाला मलिक बुधवार को कोरोना से ठीक होकर अपने घर रवाना हो गईं। वे फिलहाल घर में क्वारेंटाइन रहेंगी।

होम आइसोलेट मरीजों का हाल जानने के लिए सरप्राइज चेकिंग करूंगी: कंग

चंडीगढ़ | कोरोना महामारी में डायरेक्टर हेल्थ सर्विसेज के पद पर नियुक्ति मेरे लिए एक बहुत बड़ी चुनौती है। इस चुनौती पर खरा उतरने के लिए हर वो कोशिश करूंगी। यह बात डायरेक्टर हेल्थ सर्विसेज का पदभार ग्रहण करने के बाद डाॅ. अमनदीप कंग ने कही। डॉ. अमनदीप कंग इससे पहले जीएमएसएच-16 गायानाकोलॉजी डिपार्टमेंट की एचओडी रही हैं।

डॉ. अमनदीप ने कहा कि फील्ड पर ज्यादा फोकस रहेगा। इस समय ज्यादा लोग होम आइसोलेशन में हैं। बहुत से मरीज ऐसे हैं, जिनकी तबीयत ठीक नहीं होती, लेकिन वे इस बात को छिपाते हैं। इसलिए मैंने तय किया है कि होम आइसोलेशन में रह रहे संक्रमितों के घरों में सरप्राइज चेकिंग करूंगी। अगर कोई मरीज होम आइसोलेशन में है और उसकी तबीयत में सुधार नहीं है तो उसे तुरंत हॉस्पिटल लाया जाएगा।


डॉ. अमनदीप व डॉ. जी दीवान।


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15 अक्टूबर के बाद स्कूल, कोचिंग सेंटर, स्विमिंग पूल और सिनेमा मल्टीप्लेक्स खोलने की तैयारी; मीटिंग में होगा फैसला

एमएचए की तरफ से बुधवार को अनलॉक को लेकर निर्देश जारी कर दिए गए हैं। इसमें 15 अक्टूबर के बाद कई चीजें खुल जाएंगी। सिनेमा मल्टीप्लेक्स को 15 अक्टूबर के बाद खोला जा सकता है लेकिन सिर्फ 50 फीसदी की क्षमता के साथ। 15 अक्टूबर के बाद स्कूल और कोचिंग सेंटर खोले जा सकते हैं। प्रशासक की प्रमुखता में होने वाली मीटिंग में इसको लेकर फैसला किया जाना है।

अगर स्कूल खुलते हैं 15 अक्टूबर के बाद तो भी अटेंडेंस जरूरी नहीं होगी और दूसरा बच्चों के माता-पिता से कंसेंट लेना जरूरी होगा। साथ ही जहां पर बच्चों को ऑनलाइन क्लासेज को लेकर सही तरीके से सिस्टम चल रहा है तो उसको वैसे ही चलने दिया जाएगा। कॉलेज और हायर एजुकेशन से संबंधित संस्थानों को भी 15 अक्टूबर के बाद से खोला जा सकता है।



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सेक्टर-54 में सिर पर पत्थर से वार कर किया कत्ल, जंगल में मिला शव; पास से नहीं मिला कोई सामान

सेक्टर-54 में स्लिप रोड के साथ लगते जंगल में एक व्यक्ति का कत्ल कर दिया गया। सेक्टर-39 थाना पुलिस ने केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। मृतक की पहचान पलसोरा गांव के 25 साल के सोनू के रूप में हुई है। जिन परिस्थितियों में यह शव मिला है उससे आशंका जताई जा रही है कि लूट के मकसद से ही सोनू की हत्या की गई है। रंजिश की भी आशंका जताई जा रही है। सोनू परिवार समेत पलसोरा में रहता था।

परिवार में उसके अलावा पत्नी सुनीता और बेटी अनन्या है। वह एक कॉन्ट्रैक्टर के पास बतौर पेंटर काम करता था। सोनू की ड्यूटी सेक्टर-33 में लगी हुई थी। वारदात सेक्टर 41-54 डिवाइडिंग रोड की है, जब सेक्टर-54 की तरफ से स्लिप रोड पर सोनू का शव थोड़ा अंदर जाकर जंगल में मिला। पुलिस को सूचना बुधवार सुबह 7 बजे किसी राहगीर ने दी। मृतक के सिर पर किसी चीज से वार किया गया था। यही उसकी मौत का कारण लग रहा था। सिर से काफी खून निकला हुआ था। हत्या रात को की गई थी।
रोजाना रात को समय पर पहुंचता था घर...

सोनू की पत्नी ने बताया कि उसका पति रोजाना समय पर घर पहुंच जाता था। लेकिन मंगलवार रात को वह घर नहीं आया। रात भर हम उसका इंतजार करते रहे। सुबह उन्हें एक लाश मिलने की सूचना मिली, जिसके बाद उन्हें पता लगा कि सोनू का कत्ल हो गया है।

साइकिल रोड पर तो सोनू जंगल में मिला..

सोनू का शव जंगल के अंदर पड़ा हुआ था। वहीं, उसकी साइकिल रोड पर गिरी हुई थी। सोनू के पास न तो मोबाइल फोन था और न ही पर्स था। इससे आशंका जताई जा रही है कि यह कत्ल लूट के मकसद से तो किया गया है। पुलिस ने मामले की हर पहलू से जांच कर रही है। सोनू के सिर पर गंभीर चोट है लेकिन पुलिस को मौके पर कोई हथियार नहीं मिला है। इससे क्लीयर नहीं हो पाया है कि सोनू का कत्ल लोहे की रॉड से किया गया है या फिर उसके सिर में पत्थर मारा गया है।



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Killed in the head in Sector 54, dead body found in forest


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नगर निगम की अगली हाउस मीटिंग में होगी पानी की बढ़ाई गई दरों की समीक्षा

पानी के बढ़े टैरिफ को रिव्यू के लिए अगले महीने होने वाली हाउस मीटिंग में एजेंडा लाया जाएगा। पानी के टैरिफ ज्यादा बढ़ने से लोगों पर अतिरिक्त भार पड़ गया है। यह फैसला मंगलवार को निगम की वाॅटर सप्लाई एंड सीवरेज डिस्पोजल कमेटी की मीटिंग में लिया गया। मीटिंग वाॅटर सप्लाई एंड सीवरेज डिस्पोजल कमेटी के चेयरमैन अनिल कुमार दुबे की अध्यक्षता में हुई।

इसमें कमेटी मेंबर जगतार सिंह जग्गा, हरदीप सिंह, राजेश गुप्ता, दिलीप शर्मा भी मौजूद रहे। मेंबर्स ने इंजीनियर्स से कहा कि डेवलपमेंट वर्क जो अलॉट है उन्हें तुरंत शुरू किया जाए। कमेटी ने सिफारिश की कि कमर्शियल से डोमेस्टिक वाॅटर कनेक्शन में चेंज करवाने के लिए एफिडेविट की कंडीशन में छूट दी जाए।



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रेड लाइट जंप करके बचना अब आसान नहीं

ओवरस्पीड और रेड लाइट जंप करने वाले चालकों की अब खैर नहीं। सेक्टर-16-17 की ट्रैफिक लाइट पॉइंट पर स्मार्ट सिटी लिमिटेड ने भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड (बेल) से ऑटोमेटिक नंबर प्लेट रिकॉग्नाइजेशन, रेड लाइट वॉयलेशन डिटेक्शन और ओवर स्पीड डिटेक्शन कैमरा लगवा दिए हैं।



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खुद को डीसीपी बता केस दर्ज नहीं करने को कहा

पंचकूला डीसीपी के सरकारी नंबर से एएसआई को फोन गया। कहा कि लड़ाई के एक मामले में केस दर्ज नहीं करना है। लेकिन यह फोन डीसीपी ने किया ही नहीं।

किसी शख्स ने टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल कर यह फोन कर दिया। मामले में पुलिस ने केस दर्ज कर आरोपी की तलाश शुरू कर दी है।



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धार्मिक स्थल पर शादी करने के लिए एफिडेविट को उम्र का प्रूफ नहीं माना जा सकता: हाईकोर्ट

मंदिर में शादी करने के बाद सुरक्षा लेने पहुंचे एक प्रेमी जोड़े की याचिका पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट ने खारिज कर दी। इसके साथ ही हाईकोर्ट ने अपने ऑर्डर में कहा कि अगर कोई लड़का-लड़की मंदिर,गुरुद्वारे, मस्जिद या किसी अन्य धार्मिक स्थल पर शादी करवाने जाता है तो उसे अपने ओरिजनल एज प्रूफ दिखाने होंगे न कि एफिडेविट। हाईकोर्ट ने कहा कि एफिडेविट को उम्र का प्रूफ नहीं माना जा सकता।

हाईकोर्ट ने चाइल्ड मैरिज को रोकने के लिए इस संबंध में सख्त आदेश दिए हैं। दरअसल, कई बार लड़का-लड़की शादी करने के लिए धार्मिक स्थलों पर जाते हैं तो अपनी उम्र को छुपाने के लिए एफिडेविट दे देते हैं जिसमें खुद को बालिग दिखाया होता है। इस केस में भी ऐसा ही हुआ था। इस केस में लड़की नाबालिग थी और जिस मंदिर में उनकी शादी हुई वहां के पंडित ने बिना वैलिड प्रूफ चेक किए उनकी शादी करवा दी जबकि लड़की की उम्र 18 साल से कम थी।

हाईकोर्ट ने अपने फैसले में कहा कि शादी के लिए लड़का-लड़की को कोई आईडी प्रूफ जैसे आधार कार्ड, वोटर कार्ड, बर्थ सर्टिफिकेट या फिर दसवीं का सर्टिफिकेट दिखाना होगा। अगर वे एफिडेविट देते हैं तो वह मान्य नहीं होगा। हाईकोर्ट ने कहा कि एफिडेविट को एज का प्रूफ तभी माना जाएगा जब लड़का-लड़की के पेरेंट्स खुद मौजूद होकर एफिडेविट देंगे।

धार्मिक स्थलों को एसएचओ को दिखाना होगा अपना रजिस्टर
हाईकोर्ट ने अपने फैसले में निर्देश दिए कि पंजाब, हरियाणा और चंडीगढ़ के सभी मंदिरों के पुजारी/पंडित, मस्जिदों के काजी या मौलवी, गुरुद्वारों के ग्रंथी और चर्च के पादरी को अपने एरिया के एसएचओ को हर तीन महीने बाद अपने यहां करवाई गई शादियों का रिकॉर्ड देना होगा। एसएचओ को भी उन सभी मामलों की पूरी इंक्वायरी करनी होगी। अगर कहीं चाइल्ड मैरिज से जुड़ा मामला पता चलता होगा तो एसएचओ को तुरंत कार्रवाई करनी होगी।



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सुमेध सैनी नहीं गए जांच में शामिल होने, टांग में दर्द होने का मेडिकल भेजा

बुधवार सुबह से ही मटौर पुलिस स्टेशन गेट बंद कर दिया गया था। ठीक 10:30 बजे स्पेशल इन्वेस्टिगेशन की पूरी टीम मटौर पुलिस स्टेशन में आ चुकी थी और पूर्व डीजीपी सुमेध सिंह सैनी का इंतजार कर रही थी। करीब 11:15 बजे सैनी के एडवोकेट ने एसआईटी चेयरमैन हरमनदीप सिंह हंस को सोशल मीडिया के जरिए सैनी की टांग में दर्द होने का मेडिकल भेजा। कहा कि वे जांच में शामिल नहीं हो सकते।

वकील द्वारा बताया गया की सैनी इस समय दिल्ली में हैं। दर्द के चलते वे लंबा सफर नहीं कर सकते। मेडिकल मिलने के आधे घंटे बाद एसआईटी के अधिकारी मटौर थाने से चले गए। इसके बाद मटौर पुलिस स्टेशन के गेट के बाहर जमा मीडिया कर्मियों की भीड़ धीरे-धीरे वहां से जाने लगी।



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ऐसा प्यूप्लोमीटर जो कुछ सेकेंड में बता देगा-आंख की पुतली में कितनी हरकत

(ननु जोगिंदर सिंह) जब कोई मरीज अस्पताल में बेहोशी की हालत में आता है तो डॉक्टर उसकी आंखों में लाइट मारते हैं। देखते हैं कि आंखों में मौजूद पुतली में हरकत है या नहीं। कभी-कभी आंख में लाइट मारने पर पुतली की हरकत को समझने के लिए इंतजार करना पड़ता है। लेकिन अब यह इंतजार नहीं करना पड़ेगा।

यूनिवर्सिटी इंस्टीट्यूट ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी (यूआईईटी) ने एक ऐसा प्यूप्लोमीटर बनाया है जो बता देगा कि इंसान में कितनी हरकत हुई है। वह मृत है या जिंदा है। इसके लिए आम अस्पतालों में टॉर्च का उपयोग किया जाता है।

250 मरीजों पर किया परीक्षण...
यूआईईटी से प्रिंसिपल इन्वेस्टिगेटर प्रो. अजय मित्तल, प्रो. नवीन अग्रवाल, प्रोजेक्ट एसोसिएट परमिंदर सिंह और विजय पाल सिंह ने इसे करीब एक साल की मेहनत से तैयार किया है। पीजीआई के एनिस्थिसिया डिपार्टमेंट के हेड प्रो. जेडी पुरी और डॉ. नीरू साहनी की टीम करीब 250 मरीजों पर प्यूप्लोमीटर का परीक्षण कर चुकी है।

सजेशन के अनुसार इसमें सुधार किए जा रहे हैं। इस प्रोजेक्ट में स्टूडेंट अनुज भी शामिल थे। प्यूप्लोमीटर समेत डिजाइन एंड इनोवेशन सेंटर में तैयार किए गए कई प्रोजेक्ट्स व प्रोटोटाइप को बेचने के लिए यूआईईटी ने एक्सप्रेशन ऑफ इंट्रेस्ट मांगे हैं।

लाखों रुपए खर्च करने की जरूरत नहीं...
यूआईईटी का प्यूपिलोमीटर ग्राफिक्स के जरिए बता देगा कि पुतली में कितनी हरकत है। पुतली की पोजिशन जानने के लिए अस्पतालों को लाखों रुपए खर्च करने की जरूरत नहीं होगी। कुछ हजार रुपए में उन्हें यह सुविधा मिल जाएगी। पीजीआई की मांग पर यह प्यूप्लोमीटर तैयार किया गया है।

बाजार में उपलब्ध प्यूप्लोमीटर से सस्ता...
यूआईईटी ने जो प्यूप्लोमीटर तैयार किया है, वह कंप्यूटर बेस हैंड हेल्ड इनफ्रारेड डिजिटल वीडियो डिवाइस है। इससे प्यूपलरी साइज और रिएक्टिविटी को पढ़ना संभव होगा। गंभीर मरीजों और न्यूरॉल इंजरीज में ये सहायक होगा। ये लगाने के बाद ग्राफिक्स के जरिए रिएक्टिविटी का लेवल बता देता है।

अब तक बाजार में उपलब्ध प्यूप्लोमीटर बहुत महंगे आते हैं और सभी अस्पतालों में इनका उपयोग मुश्किल है। आमतौर पर न्यूरोलॉजी वाले सेक्शन में इनका उपयोग होता है। इमरजेंसी में भी डॉक्टरों काे इस सुविधा की जरूरत है।

क्या होती है पुतली...
पुतली आंख में मौजूद एक छेद की तरह होता है। यह सेंटर में होता है और लाइट को रेटिना से टकराने देता है। ये आमतौर पर काला ही दिखता है।

ये तकनीकें भी बेचेगी पीयू
ट्रैफिक लाइट्स के लिए बनाया गया सिस्टम, जिसमें एंबुलेंस नहीं रुकेगी
दांतों के लिए सस्ती ट्रांसपेरेंट ब्रेसेल्स मैटीरियल की तकनीक
हाथ की पकड़ को बताने वाला दस्ताना



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माेरारी बापू की नम्र अपील, कोरोना से बचाव के लिए सभी लोग मास्क जरूर लगाएं

रामायणी संत मोरारी बापू ने काेराेना के बढ़ते खतरे के बीच नम्र अपील की है कि सभी लाेग मास्क जरूर लगाएं। बापू ने कहा कि विशेषज्ञ डॉक्टर्स और वैज्ञानिकों सभी का कहना है कि मास्क पहनना, लगाए रखना बड़ा लाभकारी है। अभी तो हम सभी के लिए यही सबसे हितकारी उपाय है।

मैं व्यासपीठ से आग्रह करता रहा हूं। पुनः एक बार आप सभी भाई-बहन, बंधुओं से विनती करता हूं कि मास्क का उपयोग ही मौजूदा समय में सहज उपलब्ध प्रभावी उपाय है। बापू ने कामना भी की कि सभी कुशल से रहें।



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एक किलो 20 ग्राम गांजा बरामद, महिला गिरफ्तार

पुलिस ने एक महिला को नशे समेत पकड़ा है। मामले में आरोपी महिला के खिलाफ एनडीपीएस एक्ट के तहत मामला दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया है। पकड़ी गई महिला की पहचान दड़वा की रहने वाली पाछी कस्तूरन के रूप में हुई है। आरोपी महिला के पास से पुलिस को 1 किलो 20 ग्राम गांजा बरामद हुआ है। घटना दड़वा स्थित होटल गोल्डन व्यू के पास की है जब पुलिस ने नाका लगाया हुआ था।

इसी दौरान आरोपी महिला नशा लेकर आ रही थी। पुलिस को देखकर वह वापस मुड़ गई। शक होने पर पुलिस कर्मियों ने पीछा कर उसे पकड़ लिया। जांच की गई तो उसके पास से नशा बरामद हो गया। पुलिस आरोपी महिला से पूछताछ कर रही है कि वह इस नशा कहां से लेकर आई थी।



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चंडीगढ़ निगम में 122 कर्मी एक साथ रिटायर, अभी नई भर्ती नहीं; अन्य को मिलेगा अतिरिक्त चार्ज

नगर निगम के इतिहास में पहली बार एक दिन में 122 कर्मियों की बुधवार को रिटायरमेंट हुई है। इनमें इंजीनियरिंग विभाग के 74 कर्मचारी एवं अधिकारी हैं जबकि 31 एमओएच विंग के 38 कर्मचारी हैं इनमें 31 सफाई कर्मचारी शामिल है। कमिश्नर ऑफिस के 5 कर्मचारी हैं और फायर विंग के पांच कर्मचारी हैं।

इनमें से इंजीनियरिंग डिपार्टमेंट के 74 कर्मचारियों की पेंशन प्रशासन के इंजीनियरिंग विभाग को देने के लिए लेटर लिखा है। फायर के पांच का डीसी ऑफिस और एमओएच विंग के 38 कर्मचारियों का डायरेक्टर हेल्थ को पेंशन के लिए लेटर भेजा है। इस तरह से इतने कर्मचारियों के रिटायर होने के बाद एमसी के पास पांच ही कर्मचारियों की पेंशन की देनदारी रह गई।

इतनी संख्या में एक साथ इतने कर्मचारी रिटायर हो गए हैं। इन्हें निगम कर्मचारी यूनियन की ओर से विदाई पार्टी भी दी गई। इनकी जगह अभी नए नहीं रखे जा रहे हैं। क्योंकि फंड की कमी के चलते भर्ती बंद कर रखी है।ऐसे में पहले से काम करने वाले कर्मचारियों पर अतिरिक्त कार्यभार बढ़ेगा। पहले से निगम में स्टाफ की भारी कमी है। निगम में इस समय रेगुलर 2300 और आउट सोर्स व डेलीवेज पर 8 हजार कर्मचारी लगे हुए हैं।



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सेक्टर-25 में 40 साल के व्यक्ति ने किया सुसाइड, कारण पता कर रही पुलिस

सेक्टर-25 में एक व्यक्ति ने फंदा लगा लिया। मामले में सेक्टर 24 चौकी पुलिस ने जांच शुरू कर दी है। मृतक की पहचान 40 साल के सुरिंदर लाल के रूप में हुई है। पुलिस को सुरिंदर के पास से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है, ऐसे में अभी तक यह पता नहीं चला है कि सुरिंदर ने ऐसा कदम क्यों उठाया।

प्रारंभिक जांच के आधार पर पुलिस अभी इसे सुसाइड का मामला ही मानकर चल रही है। घटना बुधवार सुबह की है जब पुलिस के पास सूचना आई कि किसी ने मकान में सुसाइड कर लिया है। जब पुलिस मौके पर पहुंची तो पाया कि मृतक के घरवाले उसे साथ लेकर सेक्टर-16 अस्पताल चले गए हैं, जहां पर डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया है।

पुलिस की अभी तक की जांच में कोई फाउल प्ले सामने नहीं आया है। व्यक्ति के मौत को गले लगाने के कारण को जानने के लिए पुलिस मामले की जांच कर रही है। पुलिस ने शव को अस्पताल में रखवा दिया है। पोस्टमार्टम करवाने के बाद ही पुलिस शव को घरवालों के सुपुर्द करेगी।



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डीसीपी के सरकारी नंबर से एएसआई को आया झगड़े का केस दर्ज न करने का कॉल, पंचकूला डीसीपी बोले, मैंने कोई कॉल नहीं की

(अमित शर्मा) पंचकूला सेक्टर-5 पुलिस थाने में धोखाधडी, आईटी एक्ट का चौंकाने वाला मामला दर्ज किया गया है। जिसमें पंचकूला डीसीपी का सरकारी नंबर इस्तेमाल कर और खुद को डीसीपी बताकर एक शख्स की ओर से एएसआई को मामला दर्ज करने से रोका गया।

वहीं पुलिसकर्मी को कहा कि वो लडाई-झगड़े के मामले में अभी केस दर्ज नहीं करेगा, लेकिन जब सुबह उसे ऑफिस में भी हाजिरी लगाने का फरमान सुनाया गया। तो जाकर मामले में खुलासा हुआ। जिसके बाद सेक्टर-5 पुलिस थाने में मामला भी दर्ज किया गया है।असल में हुआ यूं कि सेक्टर 9 की मार्केट में लेट नाइट तक खुले रहने वाले पर्पल फ्रॉग नाम के एक कैफे में 27 अगस्त 2020 को लड़ाई हो गई थी। जिसके चलते राकेश कुमार नाम के युवक ने पुलिस को मामले की शिकायत दी थी।

इस मामले की जांच कर रहे एएसआई सविंद्र सिंह के पास 28 अगस्त को पीरमुछल्ला के इंपीरियल टावर निवासी मनिल मोंगिया नाम का युवक पुलिस चौकी में आया। जहां उसने कहा कि दोनों पक्षों में समझौता हो रहा है। ऐसे में अभी मामला दर्ज न किया जाए। इस दौरान उसने कई बड़े पुलिस अधिकारियों से जान पहचान होने का भी हवाला दिया।

वहीं बार-बार एएसआई सविंद्र को पंचकूला के डीसीपी से कॉल करवाने की भी बात कही।सविंद्र को आई डीसीपी की कॉल और बातचीत: मनिल मोंगिया के ऐसे कहने के कुछ देर बाद ही सविंद्र सिंह के मोबाइल नंबर 8847261367 पर पंचकूला के डीसीपी के सरकारी नंबर 8146630005 से एक कॉल आई। कॉल रसीव करने पर सामने वाले ने कहा, कि मैं मोहित बोल रहा हूं।

जो आपके पास पर्पल फ्रॉग के पास लडाई-झगड़े की दरख्वास्त आई है, इसके बारे में क्या कर रहे हो। इस पर सविंद्र ने कहा कि सर इस दरख्वास्त की तस्दीक कर रहा हूं। इस पर कॉल करने वाले और खुद को मोहित बताने वाले ने कहा कि अभी इस पर कुछ नहीं करना है। आप सुबह मुझ से आकर मिले। पार्टी को जाने दो।

नंबर डीसीपी का लेकिन फोन किसी और ने किया...इस कॉल के कट होने के बाद सविंद्र के पास मनिल मोंगिया दोबारा से आया और कहा कि डीसीपी का कॉल तुम्हारे पास आ गया है। हमने डीसीपी से कल का टाइम ले लिया है। जिसके बाद वह चला गया। वहीं अगले दिन सविंद्र सिंह सेक्टर-1 स्थित डीसीपी ऑफिस में पहुंचे।

जहां उन्होंने डीसीपी को बताया कि उसके पास आपके सरकारी नंबर से शाम के समय कॉल आई थी। कहा था कि मुझ से आकर मिलें। जिस पर डीसीपी ने कहा कि मैंने आपको कोई कॉल नहीं की थी। मेरे पास तो आपका पर्सनल नंबर भी नहीं है। इसके बाद डीसीपी ने सविंद्र को इस मामले में साइबर सेल को शिकायत देने के लिए कहा। जिसके बाद यहां सेक्टर-5 पुलिस थाने में सविंद्र की शिकायत पर आईपीसी की धारा 170, 186, 419, 420, आईटी एक्ट 66सी के तहत मामला दर्ज किया गया है।

ये हैं टेक्निकल पॉइंट साइबर एक्सपर्ट्स नितिन जिंदल के अनुसार इंटरनेट पर ऐसे बहुत से सॉफ्टवेयर मौजूद है, जिनका इस्तेमाल कर सामने वाले के किसी भी नंबर से कॉल की जा सकती है। यानी कॉल करने वाला जो नंबर दिखाना चाहेगा, वह नंबर स्क्रीन पर आएगा। इस ट्रिक के जरिए भी धोखाधड़ी की जाती है। वहीं ये काम सैटेलाइट फोन, नंबर के जरिए भी किया जा सकता है। इसे कॉल डिटेल और साइबर एक्सपर्ट्स की मदद से पकड़ा जा सकता है।



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ये कैसी कैशलेस सुविधा, मरीजों को इलाज के लिए जेब से देने पड़ रहे पैसे; मोहाली में बिना कैश के संभव नहीं ईएसआई का कैशलेस इलाज, मरीज जाएं तो कहां...

(मनोज जोशी) प्राइवेट नौकरी करने वाले इम्प्लाॅइज के वेतन से ईएसआई के तौर पर हर महीने पैसे काटे जाते हैं ताकि उन्हें सरकार की ओर से बेहतर स्वास्थ्य सुविधा मुहैया करवाई जा सके। इसके लिए केंद्र सरकार की ओर से ईएसआई में कैशलेस ट्रीटमेंट स्कीम भी शुरू की गई है। इसके तहत मरीज को ईएसआई के पेनल्ड अस्पताल में रेफर कर दिया जाता है।

वहां जाने पर उसका इलाज या ऑपरेशन पैसे लिए बिना किया जाना होता है लेकिन यह कैशलेस की व्यवस्था अस्पताल में जाते की उस समय धराशाही हो जाती है जब मरीज को दवाओं की बड़ी लिस्ट थमा की दी जाती है और कहा जाता है कि बाहर से दवाई खरीद कर लाएं।
हजाराें रुपए की दवाई जो ईएसआई की ओर से देनी होती है, वह बीमार इम्प्लॉयी खरीद कर लाते हैं और फिर बाद में यह पैसे वापस करवाते हैं। बिल जमा करवाने के बाद दो साल तक का समय लग जाता है। मोहाली इंडस्ट्रीज एसोसिएशन के लेबर लॉ कमेटी के चैयरमैन एडवोकेट जसवीर सिंह ने कहा कि जब इलाज कैशलेस है तो इम्प्लाॅयी को अस्पताल में जाकर एक भी पैसा क्यों खर्च करना पड़े। मोहाली में इसके लिए ईएसआई को व्यवस्था दुरुस्त करनी चाहिए। मरीज इस व्यवस्था के कारण इलाज करवाने में देर कर जाते हैं या कइयों को जान से भी हाथ धोना पड़ता है।

इम्प्लाॅयी को चक्कर न लगाने पड़ेे इसलिए कैशलेस...

एडवोकेट जसवीर सिंह ने बताया कि जो भी मरीज ईएसआई के तहत आता है सरकार ने उसके कैशलेस इलाज की व्यवस्था इसलिए की है ताकि उसे उपचार के दौरान एक भी पैसा खर्च न करना पड़े। डॉक्टरों की लापरवाही के कारण मरीजों को जेब से कैश खर्च कर इलाज करवाना पडता है। क्योंकि ईएसआई में दवाइयां नहीं होती और लाई गई दवाओं के बिल कैशलेस स्कीम होने के बावजूद देरी से पास किए जाते हैं।

1. ढाई लाख का है इंजेक्शन, 2 महीने से नहीं मिला वेतन... इंडस्ट्रियल एरिया फेज-7 में काम करने वाले 51 साल के गांव चौलटा निवासी ओमप्रकाश के पैर पर कैंसर का जख्म हो गया है। उसके इलाज के लिए उन्होनें प्राइवेट अस्पताल में रेफर किया गया था। जहां पर जाते ही उनसे कीमोथैरेपी शुरू करने के लिए करीब ढा़ई लाख रुपए का इंजेक्श्न पर्ची लिखकर मंगवाया गया।

20 साल से ईएसआई कटवाने वाले ओमप्रकाश ने कहा कि इलाज कैशलैस है तो जवाब मिला कि ईएसआई से इंजेक्शन लेकर आओ। 14 अगस्त से अब तक उन्हें इंजेक्शन नहीं मिला है। उसका जख्म बढ़ता जा रहा है। अब पांव को बचाना भी मुश्किल हो गया है।

2. 13 हजार की दवाइयां खरीदकर करवाया इलाज... इंडस्ट्रियल एरिया फेज-7 में काम करने वाले बलौंगी के 55 साल के चुलई ने बताया कि उनकोे स्पाइन कैंसर बताया गया है। इसके लिए वे फेज-3बी2 स्थित एक प्राइवेट अस्पताल में कैशलेस स्कीम के तहत इलाज करवाने गए थे।

लेकिन उनको वहां जाते ही दवाओं की स्लीप थमा दी गई और एक ऐसी स्लीप भी दी गई जिसमें दवाई किस दुकान से लानी है उसका नाम तक लिखा हुआ था। चंडीगढ़ के धनास में स्थित स्टोर से वह 13 हजार की दवाएं लेकर आए ताे उनका इलाज शुरू हुआ। उन्होने बताया कि वे पिछले 22 सालों से सैलरी से ईएसआई कटवा रहे हैं।

3. बाजार से खरीदकर लाए दवा तो हुआ ऑपरेशन... पेट में रसौली होने के कारण बलौंगी निवासी 34 साल का रामबाबू को भी ईएसआई की कैशलेस स्कीम का फायदा कैश देने के बाद ही मिल पाया है। डॉक्टर्स ने उनको बताया कि उनके पेट में टीवी का एब्सिस है। इसका ऑप्रेशन किया जाएगा। इसके लिए उसे भी दवाओं के नाम पर 12 हजार रुपए खर्च करने पड़े तो उनका ट्रीटमेंट शुरू हुआ। रामबाबू ने कहा कि वे पिछले 8 सालों से प्रतिमाह ईएसआई कटवा रहे हैं।

4. 45 हजार जेब से खर्चे तो मिला ईएसआई का फायदा... 44 साल के राणा विक्रम भी अपनी जेब से खर्च कर इलाज करवाने वालाें में शामिल हैं। इंडस्ट्रियल एरिया फेज-7 की एक कंपनी में काम करने वाले राणा विक्रम ने बताया कि उन्हें बहुत दुख हुआ जब वे अपने पेट में टयूमर का ऑपरेशन करवाने के लिए ईएसआई के पेनल्ड प्राइवेट अस्पताल में गए। वहां पर उनका इलाज तो हुआ लेकिन ऑपरेशन के लिए 45 हजार रुपए उन्होंने जेब से दिए।

हर मरीज को कैशलैस स्कीम के तहत रेफर किया जाता है। दवाओं के लिए ईएसआईसी को लिखा जाता है। दवाई आने पर ही मरीज को दी जाती है। यदि नहीं होती तो बाहर से खरीद कर मरीज बिल पास करवाता है। डॉ. दर्शन सिंह, , सीनियर मेडिकल अफसर, ईएसआई अस्पताल इंडस्ट्रियल एरिया फेज-7



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दिल की बीमारी से दूर रहना है तो रात को समय पर सो जाएं, सुबह जल्दी उठें: डॉ. राजेश

कोरोना के कारण लोगों का लाइफ स्टाइल बदल गया है। साथ ही लोग के कारण तनाव की ओर जा रहे हैं। समय पर न सोने और सुबह देर से उठने की वजह से खान-पान भी बिगड़ गया है। यही वजह है कि लोग कोरोना काल में दिल की बीमारी के शिकार हो रहे हैं। जानकारों का मानना है कि कोरोना के चलते हॉस्पिटल में क्वारेंटाइन और होम आइसोलेशन की वजह से कई लोगों में तनाव बढ़ा है।

इसी के चलते कई लोग नशा करने लगे हैं। ऐसे में भी दिल की बीमारियां बढ़ रही हैं। पीजीआई के एडवांस कार्डियक सेंटर के प्रो. राजेश विजयवर्गीय कहते हैं कि दिल को दुरुस्त रखना है तो सबसे पहले लाइफ स्टाइल और साथ ही अपना खान-पान भी ठीक करना होगा। हाईजीन फूड ज्यादा खाने होंगे।

कोरोना काल में जिन लोगों को पहले से डायबिटीज या दिल की बीमारियां हैं उन्हें ज्यादा सतर्क रहने की जरूरत है। प्रो. विजयवर्गीय ने कहा कि कोरोना से होने वाली मौतों में दिल के मरीजों की संख्या ज्यादा है।
प्रो. राजेश ने बताया कि चाहे छोटे बच्चे हों या बुजुर्ग कोरोना की वजह से उनकी दिनचर्या में बदलाव आया है। छोटे बच्चे इन दिनों स्कूल नहीं जा रहे हैं।

इसकी वजह से वे देर तक जागते हैं, उनके साथ उनके परिजन भी देर तक जागते हैं। लोग नाश्ता, लंच और डिनर भी देरी से करने लगे हैं। कोरोना के डर से लोग घरों में ही रह रहे हैं। इससे फिजिकल एक्टिविटी कम हो गई है। लोग वॉक पर भी कम जा रहे हैं।

फिट रहने को फिजिकल एक्टिविटीज बढ़ाएं...
लाइफ स्टाइल को पटरी पर लाने के लिए फिजिकल एक्टिविटीज को बढ़ाना होगा। छोटी उम्र से लेकर बुजुर्गों तक में यह समस्या आम होती जा रही है। उन्होंने कहा कि दिल की बीमारी से बचने के लिए तनाव से बचना होगा। क्योंकि तनाव की वजह से कई बीमारियां होती हैं। तनाव की वजह से ब्लड प्रेशर भी बढ़ता है और यह कई बीमारियों का कारण बनता है।

इसलिए जहां तक संभव हो तनाव से दूर रहें। तनाव की वजह से मस्तिष्क में कुछ ऐसे केमिकल बनते हैं, इससे हमारा दिल ठीक से काम नहीं करता और इसी वजह से हार्ट अटैक आते हैं।



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किसानों का रेल रोको आंदोलन आज से, राहुल गांधी 3 दिन पंजाब में किसानों के लिए करेंगे प्रदर्शन, शिअद के भी तीन तख्तों से होंगे विरोध प्रदर्शन

कृषि कानूनों पर आर-पार की लड़ाई को उतरे किसानों ने जहां एक अक्टूबर से प्रस्तावित रेल रोको आंदोलन के तहत पक्के धरने लगाने की तैयारियां मुकम्मल कर ली हैं। वहीं सत्तारूढ़ कांग्रेस समेत तमाम राजनीतिक दलों ने भी कृषि कानूनोंं के विरोध के जरिये किसानों का समर्थन देने को कमर कस ली हैं। इसी क्रम में कृषि कानूनों को लेकर कांग्रेस नेता राहुल गांधी पंजाब का दौरा करेंगे।

कांग्रेस नेता राजकुमार वेरका ने कहा, इसकी शुरुआत फतेहगढ़ साहिब के बदनी कलां से होगी। वह 2 अक्टूबर को रायकोट तक कांग्रेस कार्यकर्ताओं के साथ ट्रैक्टर रोड शो में भाग लेंगे। 3 अक्टूबर को राहुल संगरूर के धुरी से शुरू कर होकर पटियाला के समाना तक प्रदर्शनों में शामिल होंगे। 4 अक्टूबर को पटियाला से रोड शो करेंगे।

वहीं, चंडीगढ़ पुलिस के मुताबिक पंजाब से चंडीगढ़ में आने वाले सभी 11 रास्तों पर चंडीगढ़ और पंजाब पुलिस का सख्त पहरा रहेगा। इस दौरान किसी को एंट्री नहीं दी जाएगी। वहीं, किसान संगठनों के विरोध प्रदर्शन बुधवार को भी जारी रहे। अमृतसर, बठिंडा, गुरदासपुर में प्रदर्शन हुए । अमृतसर, फिरोजपुर में ट्रैक पर बैठे किसानों ने कॉर्पोरेट घरानों के विरोध में जियो कंपनी के सिम व पोस्टर जलाए।

भाजपा नेताओं के साथ कॉर्पोरेट घरानों का होगा घेराव

भाकियू (उगरांहा) के संगठन महासचिव सुखदेव सिंह ने कहा, भाजपा नेताओं समेत कॉर्पोरेट घरानों का कामकाज ठप किया जाएगा। वहीं, अडानी समूह के गोदामों समेत अंबानी और एस्सार के शॉपिंग मॉल और पेट्रोल पंप घेरे जाएंगे। टोल प्लाजा, बहुराष्ट्रीय कंपनियों के शॉपिंग मॉल पर प्रदर्शन होगा।श्

4 जगह रेल जाम और 29 जगह पक्का धरना लगाएंगे किसान
पंजाब की 31 किसान जत्थेबंदियों ने बुधवार को संयुक्त बैठक कर 1 अक्टूबर से रेल रोको आंदोलन और अनिश्चिकालीन धरने को लेकर ड्यूटियां लगाई। 1 अक्टूबर से ढाबलान (पटियाला), सुनाम (संगरूर), बुढलाडा (मानसा) और गिद्धड़बाहा (मुक्तसर) में अनिश्चितकाल के लिए ट्रेनें रोकी जाएंगी। वहीं 29 जगह स्थायी धरना लगाया जाएगा। जहां किसान तबतक डटे रहेंगे, जबतक कानून रद्द नहीं हो जाते।

अकाली दल भी करेगा प्रदर्शन
शिअद भी 1 अक्टूबर को कृषि कानूनों के खिलाफ धरने प्रदर्शन करेगा। सुखबीर बादल श्री अकाल तख्त साहिब से, हरसिमरत बादल श्री दमदमा साहिब से, प्रो. प्रेम सिंह चंदूमाजरा व डॉ. दलजीत सिंह चीमा केसगढ़ साहिब से नेतृत्व करेंगे।



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अमृतसर में बुधवार को रेल ट्रैक पर धरना लगाए बैठे किसान जियो कंपनी के खिलाफ प्रदर्शन करते हुए।


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Tuesday, 29 September 2020

कृषि कानूनों के खिलाफ प्रांतीय कानूनों में संशोधन के लिए सत्र बुलाएंगे, कानूनों के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट जाने की कर रहे तैयारी

राज्य सरकार कृषि कानूनों को लेकर प्रदर्शन कर रहे किसानों का पूरा समर्थन करेगी। सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह ने ये आश्वासन मंगलवार को चंडीगढ़ में हुई 31 किसान जत्थेबंदियों को मीटिंग के दौरान दिया। सीएम ने कहा, कृषि कानूनों के खिलाफ अगली कार्रवाई के लिए किसान यूनियनों के कानूनी प्रतिनिधियों और वकीलों से सुझाव (agri.law@punjab.gov.in) मांगे गए हैं।

बुधवार को कानूनी माहिरों से इस मुद्दे पर बैठक कर सुप्रीम कोर्ट जाने संबंधी आगे की रणनीति को अंतिम रूप देंगे। किसान नेताओं को भरोसा देते कहा, केंद्र द्वारा राज्य के संघीय और संवैधानिक अधिकारों पर किए हमलों का जवाब देने को हर जरूरी कदम उठाएंगे। कानूनी माहिर सलाह देते हैं कि केंद्रीय कानूनों का मुकाबला करने को प्रांतीय कानूनों में संशोधन किया जाए तो इसके लिए तुरंत विधानसभा सत्र बुलाया जाएगा।

शिअद प्रधान सुखबीर द्वारा विस सत्र की मांग को ड्रामेबाजी बताते सीएम ने कहा कि पहले अकालियों ने इन कानूनों की हिमायत की थी। सीएम ने कहा कि पंचायतों से विनती की जाएगी कि कृषि कानूनों के खिलाफ प्रस्ताव पास किए जाएं, जिन्हें केंद्र सरकार को भेजा जाएगा।

किसान नेता बोले- कल से रेल रोको आंदोलन
भाकियू राजेवाल के प्रधान बलबीर सिंह, भाकियू सिद्धूपुर के नेता जगजीत, भाकियू एकता के बूटा सिंह ने कहा कि यह लड़ाई केंद्र के तबाह करने वाले बिलों से किसानों को बचाने की है। 1 अक्टूबर से रेल रोकने का कार्यक्रम है। इसमें कोई फेरबदल नहीं किया जाएगा।

उधर, भाजपा ने किसान संगठनों से वार्ता करने के लिए 8 मेंबरी कमेटी बनाई, 10 दिन में देगी रिपोर्ट
प्रदेश भाजपा अध्यक्ष अश्वनी शर्मा ने किसान संगठनों से वार्ता करने के लिए 8 सदस्यों की कमेटी गठित की है। ये कमेटी इन कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे किसानों से बातचीत कर उनकी मांगों को जानने और उनके समाधान संबंधी हर पहलुओं को लेकर वार्ता करेगी। कमेटी से अगले 10 दिन में विस्तृत रिपोर्ट सौंपने के लिए कहा है। कमेटी के चेयरमैन पूर्व मंत्री सुरजीत ज्याणी और पूर्व महासचिव राष्ट्रीय किसान मोर्चा के हरजीत सिंह ग्रेवाल बनाए गए हैं।

ट्रैक्टर जलाने के मामले में पंजाब युवा कांग्रेस के अध्यक्ष हिरासत में

इंडिया गेट के पास ट्रैक्टर जलाने के मामले में दिल्ली पुलिस ने मंगलवार को पंजाब युवा कांग्रेस के अध्यक्ष बिरेंदर ढिल्लों को हिरासत में ले लिया। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने यह जानकारी दी। पुलिस ने सोमवार को मामले में पंजाब युवा कांग्रेस के छह कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया गया था।



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Sessions to call for amendment of provincial laws against agricultural laws, preparing to go to Supreme Court against laws


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बठिंडा में किसानों ने मिनी सचिवालय के 400 मुलाजिम ढाई घंटे तक बंधक बनाए, पीड़ित परिवार की कर्ज माफी काे लेकर भड़के किसान

डीसी बठिंडा से मांगाें काे लेकर मंगलवार शाम 4.15 बजे बैठक बेनतीजा रहने पर गुस्साए किसानाें ने 5 बजे मिनी सचिवालय के सभी गेट बंद कर घेराव किया। इससे यहां विभिन्न विभागों के 400 से ज्यादा मुलाजिम व लोग ढाई घंटे तक बंधक बने रहे। हालांकि, मुलाजिमों ने दीवारें फांदकर बाहर निकलने का प्रयास किया पर वे किसानों के गुस्से के आगे हिम्मत नहीं कर सके।

दीवार फांदते मुलाजिम।

शाम 7 बजे डीसी ने बैठक बुला शुक्रवार तक सभी मांगों को लागू करने की नोटिफिकेशन जारी करने का भरोसा दिया। इसके बाद किसानों ने घेराव खत्म किया। 7.30 बजे सभी मुलाजिम बाहर निकल पाए। बता दें किसान मांगों को लेकर सुबह 11 बजे सचिवालय के सामने एकत्रित हुए थे। दोपहर 2 बजे डीसी बी श्रीनिवासन ने शाम 4.15 बजे तक मांगों संबंधी फैसला लेने का भरोसा दिया दिया। बाद में बैठक बेनतीजा रहने पर घेराव किया।

क्या है मामला

पिछले साल जैतो मोर्चा में संघर्ष के दौरान किसान जगसीर सिंह की मौत हो गई थी। इसके बाद सरकार व प्रशासन ने मांगें तुरंत लागू करने का भरोसा दिया था। इनमें पीड़ित परिवार का कर्ज माफ, एक मेंबर को नौकरी, पराली जलाने वालों पर दर्ज केस, जुर्माने आदि रद्द करना और मंडी कला नगर पंचायत को ग्राम पंचायत में बहाल करने संबंधी मांगों को पूरा करने का वादा किया था।



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In Bathinda, farmers held hostage for 400 and a half hours of mini secretariat, farmers agitated over loan waiver of victim family


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11वीं की नाबालिग छात्रा के अपहरण का मामला, पास्टर के नजदीकियों से पुलिस ने की पूछताछ, नहीं मिला सुराग

11वीं की छात्रा के अपहरण के मामले में मंगलवार को थाना बस्ती बावा खेल की पुलिस ने फरार पास्टर के परिजनों और नजदीकियों से पूछताछ की है। एसएचओ अनिल कुमार ने बताया कि पुलिस ने कई जगह रेड भी की लेकिन पास्टर और लड़की का कुछ पता नहीं चल पाया है। जल्द ही पास्टर और बाकी फरार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।

बता दें कि मुख्य आरोपी पास्टर मैनुअल असीह, उसकी बहनों नीलम, पिंकी, रजनी और दोस्त गोपाल नगर के रहने वाले आनंद, न्यू गुरु नानक नगर के रहने वाले शिवम और शुभम के खिलाफ आईपीसी की धारा 380, 363, 366 और अन्य धाराओं के तहत पर्चे दर्ज किए गए थे। आरोप है कि 18 सितंबर को बस्ती बावा खेल में रहने वाला परिवार जब सोकर उठा तो नाबालिग लड़की, सोने के गहनों के दो सेट, सोने की सात अंगूठियां, चांदी के गहने और 88 हजार रुपए गायब थे।



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2 मंजिलें पास कराकर 6 मंजिलें बनाई, निगम ने नहीं की कार्रवाई

अवैध इमारतों पर कार्रवाई के मामले में नगर निगम की बिल्डिंग ब्रांच कितनी गंभीर है, आज इसका अंदाजा नगर निगम के पार्षदों पर आधारित बनाई गई एडहॉक कमेटी की बैठक में स्पष्ट पता चल गया। इस कमेटी में 45 दिन पहले बिल्डिंग ब्रांच के अधिकारियों को बस स्टैंड के सामने के सिनेमा के पास बनी 6 मंजिला इमारत पर कार्रवाई के लिए आदेश दिए थे।

आरोप है कि इमारत दो मंजिला बनाने के लिए नक्शा पास कराया गया था, लेकिन बना दी गई 6 मंजिल। इमारत की अंडर ग्राउंड पार्किंग का भी आज दूसरा इस्तेमाल किया जा रहा है। मीटिंग के दौरान पार्षद निर्मल सिंह निम्मा ने पूछा कि बस स्टैंड के पास अवैध बनी इमारत पर क्या कार्यवाही की गई है।

कोरोना वायरस के दिनों की व्यवस्थाएं और दूसरे कारण बताए गए। नतीजा यही था कि अवैध इमारत पर कोई कार्रवाई नहीं की गई है। इसके बाद फैसला हुआ है कि अगली मीटिंग से पहले इमारत को सील किया जाएगा। दूसरी तरफ इस दौरान अवैध बनाई गई कॉलोनियों से रेवेन्यू की वसूली पर भी चर्चा हुई है।



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‘मां मैं कदे गलत नीं सी तूं मैनू पहचान नहीं पाई’, सुसाइड की पुष्टि नहीं, जीआरपी ने कहा- एक शव मिला है पहचान नहीं

सोशल मीडिया पर लाइव होकर बस्ती बावा खेल के एक युवक ने ट्रेन के आगे कूदकर अपनी जीवनलीला समाप्त करने की बात कही है। हालांकि 4.51 मिनट की इस लाइव सेशन में न तो ट्रेन नजर आ रही है और न ही देर रात तक युवक की मौत की पुष्टि हो पाई है। हालांकि थाना जीआरपी के मुलाजिम ने बताया कि चहेड़ू के पास एक शव मिला है, पर पहचान नहीं हो सकी है, इसलिए उसे सिविल अस्पताल में रखवा दिया है।

अमित कुमार युवी नामक की आईडी से लाइव होते हुए युवक ने कहा- ‘जो वी मैं बनाया है ‘ते जो वी मेरे पिता दा है उह मेरे बेटे और पत्नी सतविंदर मालपुर वाली दा है। मैं सुसाइड करन लगा हां... मैं आपणी मां नू इक्क गल्ल कहणा चाहुंदा, मैं कदे गलत नीं सी, तूं मैनू पहचान नीं पाई।’ उसने आगे कहा कि मेरे भाई या मेरे मां को मेरा संस्कार न करने दिया जाए। मेरा संस्कार सोनू और कुलदीप ही करें। युवक ने कहा यह भी कहा कि ‘मां मैं तैनूं बोहत प्यार करदा हां, मैं अज्ज वी प्यार करदां हां। मेरे ते झूठा इल्जाम लगाया गया है।’



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नया स्टाफ मिला नहीं, पुराना आज हो रहा रिटायर मरीजों की देखभाल में पेश आ सकती है दिक्कत

सिविल अस्पताल से बुधवार को 13 पैरामेडिकल और 9 दर्जा-4 कर्मचारी रिटायर हो रहे हैं। इसके अलावा सिविल सर्जन दफ्तर से 1 सीनियर सुपरिटेंडेंट, 1 सीनियर सहायक, 1 एंटीलारवा विभाग का सुपरवाइजर और 3 दर्जा-4 कर्मचारी रिटायर्ड हो रहे है। अस्पताल में पैरामेडिकल स्टाफ के काम का दबाव बाकी सदस्यों पर जहां बढ़ने वाला है, वहीं सिविल अस्पताल की मेडिकल सुपरिटेंडेंट डॉ. मनदीप कौर मांगट की तरफ से अस्पताल में स्टाफ मुहैया करवाने के लिए दोबारा से चंडीगढ़ सेहत विभाग को लिखा गया है।

क्लेरिकल विभाग में से 7 नर्सिंग सिस्टर, 2 स्टाफ नर्स, 2 लैब टेक्निशियन, 2 फार्मासिस्ट, 6 वार्ड अटेंडेंट और 2 स्वीपर भी रिटायर हो रहे हैं। बता दें जिन जिन विभागों से कर्मचारी और अधिकारी रिटायर हो रहे हैं, वहां पर पहले से स्टाफ की कमी चल रही थी।

फार्मासिस्ट की 10 पोस्ट , 4 ही कर रहे काम

नर्सिंग स्टाफ का कहना है कि अस्पताल में पहले से कई नर्सिंग सिस्टर्स ने ड्यूटी बदलवाई हुई है, जिसके चलते पिछले दिनों जिले में भर्ती किए गए वालंटियर्स की सहायता से काम चलाया जा रहा था। अब जब अस्पताल में वालंटियर्स भी नहीं है और स्टाफ भी रिटायर हो रहा है तो मरीजों की देखभाल में दिक्कत होगी।

सिविल में वर्तमान समय में फार्मासिस्ट की 10 पोस्ट हैं, जिनमें से 7 पर अधिकारी काम रहे थे। बुधवार को 2 कर्मचारियों की रिटायरमेंट के बाद कुल 5 फार्मासिस्ट रह जाएंगे। इनमें से भी 1 फार्मासिस्ट पिछले दिनों अस्पताल से अपनी बदली करवा कर चला गया है। अब कुल 4 फार्मासिस्ट ही काम कर रहे हैं। जिनके ऊपर अस्पताल में दवा से लेकर अन्य कार्यभार की जिम्मेदारी है।



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प्रधानमंत्री पुरस्कार के फाइनल राउंड में जालंधर, अंतिम परीक्षा 2 अक्टूबर को, केंद्र सरकार की उच्चस्तरीय समिति डीसी से चर्चा के बाद लेगी अंतिम निर्णय

कोरोना महामारी के दौरान बेहतर नागरिक सेवाएं प्रदान करने के मामले में प्रधानमंत्री अवाॅर्ड से जालंधर महज एक कदम पीछे है। डिप्टी कमिश्नर घनश्याम थाेरी के दमदार प्रेजेंटेशन ने जिले को जीत के करीब लाकर खड़ा कर दिया है। अब दो अक्टूबर को वीडियो कांफ्रेस के द्वारा समयबद्ध नागरिक केंद्रित सेवाओं से संबंधित प्रयासों पर विचार-विमर्श होगा।

इसके बाद उच्चस्तरीय समिति अपनी सिफारशों के बारे में सीधे प्रधानमंत्री को रिपोर्ट करेगी, जिसकी घोषणा बाद में प्रधानमंत्री की मंजूरी मिलने के बाद होगी। भारत सरकार की कमेटी ने कहा है कि जालंधर पंजाब का अकेला जिला है, जिसने इस अवाॅर्ड के लिए आवेदन दाखिल करने के बाद लंबे समय तक इसमें खुद को बनाकर रखा है।

जुलाई से समयबद्ध तरीके से नागरिक सेवाएं प्रदान करने में जालंधर जिला पंजाब में सबसे आगे है और अब तक सबसे कम पेंडेंसी रही है। डीसी ने बताया कि जिला प्रशासन की तरफ से पेंडेंसी खत्म करने के लिए नागरिकों के फीडबैक के अलावा सेवा केंद्रों के रोजाना के काम की निगरानी को यकीनी बनाने के लिए एक विस्तृत कार्ययोजना तैयार की है। पेंडेंसी कम करने और समयबद्ध सेवाएं प्रदान करने को यकीनी बनाने के लिए यह अभ्यास कोरोना वायरस महामारी दौरान आरंभ किया गया है।

ऐसे होगा फाइनल में चयन... भारत सरकार के कैबिनेट सचिव के नेतृत्व वाली अधिकारित समिति डिप्टी कमिशनर के साथ 2 अक्टूबर को एक वीडियो कांफ्रेंस के जरिये पहलकदमी के बारे में विचार-विमर्श करेगी। समिति जिला प्रशासन की तरफ से सौंपी गई पावर पाॅइंट प्रेजेंटेशन का विश्लेषण करने के बाद समयबद्ध नागरिक केंद्रित सेवाएं प्रदान करने में की गई पहलकदमियों, इसके प्रभाव और इसके लोगों को मिलने वाले लाभ के बारे में विचार करेगी।



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गर्भ में पल रही बच्ची की मौत के मामले में गिरफ्तार पिता दो दिन के रिमांड पर

थाना एक की पुलिस ने पत्नी के गर्भ में पल रही बच्ची की मौत के मामले में फरार चल रहे पिता की गिरफ्तारी के बाद उसे मंगलवार को कोर्ट में पेश कर दो दिन के रिमांड पर लिया है, ताकि उससे बाकी फरार चल रहे आरोपियों के बारे में पूछताछ की जा सके। आरोपियों की तलाश में पुलिस ने जालंधर के अलग-अलग क्षेत्रों में रेड भी की है। आरोपी दीपक से पूछताछ जारी है। वहीं थाना-1 के एसएचओ राजेश कुमार ने कहा कि मामले में जल्द सभी आरोपी गिरफ्तार कर लिए जाएंगेे।
बता दें कि 17 सितंबर को थाने में सूचना मिली थी कि उक्त महिला के साथ उसके पति और ससुरालियों ने मारपीट की थी, जिसके बाद पुलिस मामले की जांच के लिए पहुंची और महिला को सिविल अस्पताल में भर्ती करवाया गया था। मारपीट की वजह से महिला के गर्भ में पल रहे बच्ची मौत हो गई थी। पुलिस ने मामले दर्ज कर आरोपियों की तलाश शुरू कर दी थी। इस मामले में पुलिस ने आरोपी दीपक को सोमवार देर शाम को गिरफ्तार किया था।



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हर ब्लॉक में बनेंगे 5 मॉडल प्लेग्राउंड; 24 लाख तक खर्च कर एथलेटिक्स ट्रैक, कबड्डी, वॉलीबॉल मैदान बनाए जाएंगे

(वारिस मलिक) राज्य के खेल स्तर को डेवलप और प्रोत्साहित करने के लिए पंजाब सरकार हर ब्लाॅक में एक खेल स्टेडियम तैयार कर रही है। इसी के तहत जिले के सभी 11 ब्लाकों में खेल स्टेडियम तैयार करने का काम चल रहा है। जगह तय हैं और पंचायती राज पंजाब के चीफ इंजीनियर ने खेल स्टेडियम का मैप भी तैयार कर दिया है। हर स्टेडियम में फुटबॉल, वॉलीबॉल, कबड्डी के मैदान तैयार होंगे और इसके साथ ही लोगों के लिए वॉकिंग ट्रैक भी बनाया जाएगा।

हालांकि काम शुरू हो चुका है लेकिन रस्मी तौर पर मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह 2 अक्टूबर को ऑनलाइन मॉडल प्लेग्राउंड्स का उद्घाटन करेंगे। जिले के कुछ ब्लाकों में 1 तो कुछ में 4 एकड़ के खेल स्टेडियम तैयार किए जा रहे हैं। इन मॉडल प्लेग्राउंड के लिए गांव पंचायत ही जमीन मुहैया करवा रही है।

एक ग्राउंड पर खर्च होंगे 15 लाख रुपए
पंजाब सरकार की तरफ से हर ब्लाक में पांच-पांच मॉडल प्लेग्राउंड तैयार करने की योजना है लेकिन शुरुआती दौर में हर ब्लाक में 1 प्लेग्राउंड तैयार की जा रही है। इनका काम मनरेगा के तहत किया जाएगा, जिसकी जिम्मेदारी ब्लाॅक से संबंधित बीडीपीओ की होगी जबकि ओवरआल काम एडीसी विशेष सारंगल की देखरेख में होगा। फिलहाल दो तरह के मैप तैयार किए गए हैं, जिनमें एक और चार एकड़ के मैप शामिल हैं। जितनी जमीन पंचायत उपलब्ध करवाएगी, उसी हिसाब से प्लेग्राउंड बनेगी।

खिलाड़ियों की गिनती बढ़ाना प्राथमिकता
हर मॉडल प्लेग्राउंड में खिलाड़ियों की संख्या बढ़ाना ही प्राथमिकता है। ग्राउंड में मुख्य रूप से एथलेटिक्स ट्रैक, फुटबॉल, बैडमिंटन, कबड्‌डी, वालीबॉल, ओपन जिम, वॉकिंग ट्रैक का निर्माण होगा। 200 मी. ट्रैक 1.50 लाख रुपए, बैडमिंटन ग्राउंड 50 हजार रुपए, फुटबॉल ग्राउंड पर 80 हजार रुपए, वॉलीबॉल ग्राउंड पर 50 हजार, कबड्डी ग्राउंड पर 30 हजार, वॉकिंग ट्रैक इंटरलाकिंग टाइल 8 लाख रुपए, ओपन जिम पर 2 लाख, सोलर कैंपस लाइटिंग पर 1.20 लाख, चेन लिंक फैंसिंग, गेट और प्लांटिंग पर 5.25 लाख रुपए, बैठने के लिए शेड और बेंच 3 लाख रुपए, पौधारोपण पर 50 हजार खर्च होंगे। हर मॉडल प्लेग्राउंड पर अधिकतम 24.75 लाख का खर्च आएगा।
एक-एक प्लेग्राउंड से होगी शुरुआत
ब्लाक स्तर पर खेलों को बढ़ावा देने के लिए सरकार की अच्छी योजना है। हर ब्लाक में पांच मॉडल प्लेग्राउंड बनेंगे लेकिन शुरुआती दौर में 1-1 प्लेग्राउंड की तैयारी की गई है। खिलाड़ियों की हर सुविधा को देखकर ही इन ग्राउंड्स का निर्माण किया गया है। उम्मीद है कि इन मॉडल प्लेग्राउंड के बनने के बाद अन्य गांवों से भी मांग बढ़ेगी और हमारी पूरी कोशिश रहेगी कि खेल और खिलाड़ियों की बेहतरी के लिए इन्हें और बड़े स्तर पर डेवलप किया जाएगा।-विशेष सारंगल, एडीसी।

यहां तैयार किए जाएंगे मैदान

  • आदमपुर : गांव सारोबाद
  • भोगपुर : गांव लोहारां
  • जालंधर ईस्ट : परसरामपुर
  • जालंधर वेस्ट : ईसपुर
  • लोहियां : जमशेर, यूसुफपुर, दारेवाल, मेहराजवाला
  • मेहतपुर : सलेमा, हरीपुर, बुलंदा
  • नकोदर : बीर पिंड और लिदड़ां
  • नूरमहल : राजोवाल, मोवाई
  • फिल्लौर : दोसांझ कलां व लसाड़ा
  • रुड़कां कलां : दादूवाल
  • शाहकोट : बाजवा कलां, मूलेवाल खैहरा, तलवंडी बूटियां व अन्य दो गांव

ग्राउंड और खेल सुविधाएं

  • 1 एकड़ : वालीबॉल, कबड्डी ग्राउंड के साथ सोलर कैंपस लाइटें होंगी। ओपन जिम, वॉकिंग ट्रैक, सिटिंग शेड के साथ चेन लिंक फैंसिंग होगी, जिस पर 11.77 लाख रुपए खर्च आएगा।
  • 2 एकड़ : फुटबॉल, कबड्‌डी, वालीबॉल ग्राउंड के साथ ओपन जिम, सोलर कैंपस लाइटें होंगी। वॉकिंग ट्रैक, सिटिंग शेड और बेंच के साथ चेन लिंक फैंसिंग होगी, जिस पर 15.06 लाख खर्च होंगे।
  • 4 एकड़ : 200 मी. मिट्टी का एथलेटिक्स ट्रैक, फुटबॉल, कबड्‌डी, बैडमिंटन, वालीबॉल के साथ सोलर लाइटें लगेंगी। ओपन जिम, सिटिंग शेड और बेंच के साथ चेन लिंक फैंसिंग होगी। 24.75 लाख के खर्च आएगा।


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There will be 5 model playgrounds in each block; Athletics track, kabaddi, volleyball grounds will be built up to 24 lakhs


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अग्रवाल ढाबे में बिजली चोरी, 7.50 लाख जुर्माना, पावरकॉम कर्मचारी उसी समय किया सस्पेंड

पावरकॉम की इंफोर्समेंट विंग की टीम ने मंगलवार को कूल रोड स्थित अग्रवाल ढाबे पर रेड करके बिजली चोरी पकड़ी है। चोरी में पावरकाॅम का कर्मचारी और स्टर्लिंग कंपनी का मीटर रीडर भी शामिल था। सरकारी कर्मचारी को तुरंत प्रभाव से सस्पेंड कर दिया गया है जबकि मीटर रीडर की शिकायत कंपनी से की गई है।

इंफोर्समेंट विंग के डिप्टी चीफ इंजीनियर रजित शर्मा ने बताया कि ढाबा मालिक ने 7 किलोवाट का लोड लिया हुआ है जबकि इस्तेमाल 42 किलोवाट का कर रहा था। मीटर लेबोरट्री में चेक करवाया गया तो 24 हजार यूनिट की चोरी सामने आई।
रजित शर्मा ने बताया कि उन्हें जब सूचना मिली तो उन्होंने ढाबे पर स्टाफ को नजर रखने के लिए कहा। इसके बाद छापेमारी कर मीटर चेक किया तो केवल 8300 यूनिट ही दिखाई दे रहे थे। जबकि 32350 यूनिट की खपत हुई थी यानी 24 हजार यूनिट की चोरी हुई और जिसका बिल 2 लाख रुपए के करीब बन रहा था।

उपभोक्ता ने अपने परिसर में लगाया थ्रीफेस मीटर डैमेज कर दिया था। ढाबा मालिक पावरकॉम के कर्मचारियों को रिश्वत देकर काम करवा रहा था। बिजली चोरी करने और मीटर के साथ छेड़छाड़ करने के मामले में अग्रवाल ढाबा मालिक को 7.50 लाख रुपए जुर्माना लगाया गया है।



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Power theft in Agarwal Dhaba, 7.50 lakh fine, Powercom employee suspended at the same time


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New video by Dr. Vivek Bindra: Motivational Speaker on YouTube - go check it out ;-)

Watch on YouTube here: बेटे की शादी में अंबानी की कंजूसी! #OneMinuteBusinessIdea #Shorts Via Christian Gasper